ओम शांति प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया

DBT NEWS तखतगढ़ । स्थानीय ब्रह्मकुमारीज शोभा दीदी के सानिध्य में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया । शोभा दीदी ने महिलाओ को संबोधन मे कहां कि परमात्मा ने हमें नारी के रूप में शक्ति स्वरूपा बनाई है हमें अपनी शक्तियों को जागृत करना है स्वयं परमपिता परमात्मा से अपना संबंध जोड़कर के शक्तिया प्राप्त करनी है डॉक्टर प्रीति ने बताया आज एक तरफ कहते हैं की बच्ची परी है दूसरी तरफ कहते हैं कि तुझे तो पराए घर जाना है और जब ससुराल में जाती हैं तो कहते तू तो पराए घर से आई है यह दृष्टि जब तक हमारी चेंज नहीं होगी तब तक हमारा आपस में प्यार नहीं बढ़ेगा तो मेरा विशेष सभी से निवेदन है की बच्चियों को खूब पढ़ाओ अच्छे संस्कार दो तभी हमारा देश महान बनेगा क्योंकि एक बच्ची दो कुल का उधर करती है समाजसेवी का वीणा रावण ने बताया कि संगठन में शक्ति होती हैं परिवार में जब हम संगठन में रहते हैं तो कोई भी परिस्थिति सहज रीति से सामना कर सकते हैं समाजसेवी का विमला बेन ने बताया कि भगवान ने हमें नारी बनाकर साथ में एक महान व्यक्तित्व भी दिया हमें सिर्फ उस महानता को पहचानना है दादमी बहन वार्ड पंच ने बताया कि जब हम परमात्मा से संबंध जोड़ते हैं तो हमारा हर असंभव कार्य भी संभव हो जाता है भावना बहन ने बताया की नारी के तीन स्वरूप हैं धन की देवी मां लक्ष्मी ज्ञान की देवी मां सरस्वती शक्ति की देवी मां दुर्गा हमें अपनी शक्तियों को पहचानना है और बुराई पर विजय प्राप्त करना है रहेमकी भावना धारण करनी है जब हमारे में रहम होगा तभी हम दूसरों का कल्याण कर सकते हैं जब तक हमारे में रहम नहीं होगा तब तक हम किसी को माफ नहीं कर पाएंगे नारी जब करेगी श्रेष्ठ आचरण दुनिया कहेगी वंदे मातरम नारी बनती शक्ति स्वरूप बदल देती विश्व का रूप अंन श्रद्धा को छोड़ो नारी मन की आंखें खोलो नारी नारी जब जाग जाएगी घर-घर स्वर्ग बनाएगी नारी तुझ में शक्ति अपार कर दे तू जग का उधर नारी तू महान सर्वे गुना की खान है जन-जन का कल्याण करें तो शिव की शक्ति है नारी हम जब परमपिता परमात्मा से संबंध जोड़ते हैं तो परमात्मा की हमें हर कदम मदद मिलती है जब भी कोई ऐसी स्थिति आती है तो दिल से कहो प्रभु जी आप आ जाओ तो परमात्मा देर नहीं करता है इस घड़ी इस वक्त मदद करने के लिए आ जाते हैं तभी तो आज झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने शक्ति स्वरुप बनकर के देश की रक्षा की माता जीजाबाई ने शिवाजी महाराज जैसे पुत्र को जन्म देकर अच्छे संस्कार भरे ऐसे हमें अपने परिवार में अपने बच्चों में ऐसे संस्कार भरने हैं जो संस्कारवान बने समाज का नाम रोशन करें साथ-साथ देश का नाम भी रोशन करें उषा बहन ने सबका धन्यवाद करते हुए कहा हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए हजारों बूंद चाहिए एक समुद्र बनने के लिए पर एक स्त्री अकेली काफी है हर घर को स्वर्ग बनाने के लिए हर घर को स्वर्ग बनाने के लिए सबका बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद कार्यक्रम में मीरा बहन मालवीय विमला बेन पुष्पा बेन उत्सव कंवर मंजू कंवर पुष्प कंवर कन्हैया लोहार मंगेश कंवर फॉलु बेन पवनी बेन ओर अनेक महिलाओं ने इस कार्यक्रम का लाभ लिया अंत में आरती की और प्रसाद वितरण किया गया ओम शांति