तखतगढ़ के ऐतिहासिक गणपति वरघोड़े में झलकी धर्म की आस्था, गूंजे जयकारें

तखतगढ़ के ऐतिहासिक गणपति वरघोड़े में झलकी धर्म की आस्था, गूंजे जयकारे
तखतगढ़ । बैंड की मधुर धुनों पर गूंजते गीत…,घोड़े पर विराजमान नगरवासी …, ट्रैक्टर ट्रोलियो में गणपति की मूर्ति के साथ जयकारे लगाते बच्चे…,कच्छी घोड़ी नृत्य करते चूंडा के कलाकार.., कंधों पर भगवान गणपति की रेवाड़ी लेकर कदम से कदम चलते युवा.., रंग बिरंगी पौशाके के साथ दर्शनों को आतुर महिलाएं एवं पुरूष ..। कमोबेश ये नजारा बुधवार को तखतगढ़ कस्बे में गुजरे भगवान गणपति के वरघोड़े में देखने को मिला।
दरअसल, चारभुजा मंदिर सेवा समिति के तत्वावधान में हर वर्ष की भांति इस बार भी नगर में ऐतिहासिक गणपति वरघोड़े में धर्म की आस्था की झलक दिखी। कस्बे के चौहटे के चारभुजा मंदिर प्रागंण से खवाना हुआ। जो मुख्य बाजार होकर पुराना बस स्टेण्ड पहुंचा। हजारों दर्शनार्थियों से खचाखच भरे पुराना बस स्टेण्ड पर मानों जन सैलाब उमडा हुआ दिखा। नगर में जिस मार्ग से वरघोडा गुजरा। इस मार्ग पर वरघोडे के बाद गुलाल से नगर की सड़के सरोबार दिखी।मुख्य बाजार से पुलिस थाना रोड़ के लिए रवाना हुआ। – नगर के वरघोड़े को देखने ठिठके कदम— तखतगढ़ के अलावा बलाना गोगरा, , बिठीया, बलुपुरा के अलावा जालोर जिले के ग्रामीण क्षेत्र से सैकड़ों ग्रामीणों के कदम ठिठक उठे।
– बाजार बंद रखकर की शिरकत इस वरघोड़े को लेकर नगर के व्यापारियों ने भी बाजार बंद रखा। शाम को मंदिर से वरघोड़े में शिरकत की।
–गाजे बाजे के साथ मंदिर लाए गणपति– बोलीदाता के आव्हान पर कस्बे के टास्कावा वास में बोलीदाता ले गए थे। रात में भजन संध्या के बाद बुधवार को बोलीदाता परिवार सहित नगरवासी गाजे बाजे के साथ चारभूजा मंदिर लेकर पहुचे।