तखतगढ़ में बारिश का पानी बना आफत, रातभर रहा हड़कंप

तखतगढ़ में बारिश का पानी बना आफत, रातभर रहा हड़कंप
तखतगढ़। शनिवार दिनभर हुई भारी बरसात के बाद अर्द्धरात्रि को कस्बे के निचले इलाकों में पानी घुस गया। अचानक आई इस स्थिति से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। बारिश का पानी कई घरों और गलियों में भर गया जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी।
महावीर बस्ती,खारसिया वास रोड रामकावावास, धोरावास, नया ब
स स्टैंड क्षेत्र, और तालाब किनारे बस्तियों में पानी भराव अधिक देखने को मिला। लोग रात्रि को ही घरों से बाहर निकल कर पानी पर नजरे बनाए रखते नजर आए। बारिश के पानी ने वर्ष 2023 में बिपरजॉय चक्रवात तूफान से आई भीषण बाढ़ की यादें ताजा कर दीं।
स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। पुलिस पूरी रात गली–गली और मोहल्लों में गश्त करती रही और मुनादी कर लोगों को सावधान एवं सुरक्षित रहने की अपील करती रही। नगरपालिका ईओ मगराज चौधरी, नायब तहसीलदार जितेन्द्र बबेरवाल,पीडब्ल्यूडी अभियंता सुनील पांडेय, आरआई कन्हैयालाल चौधरी,पटवारी रमेश कुमार चौधरी, चेयरमैन ललित रांकावत,उपाध्यक्ष मनोज नामा और पार्षद भंवर मीना,सुरेश सुथार,जगदीश दमामी, पार्षद प्रतिनिधी सुधीर चौधरी भेराराम मीणा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और निकासी की जल्द व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। पालिका प्रशासन इओ मगराज चौधरी ने कहाँ कि पानी निकासी के स्थाई समाधान हेतू जल्द ही तकनीकी अधिकारियो की सलाह लेकर पानी निकासी का मार्ग प्रशस्त करवाने के प्रयास किये जायेंगे।
पालिका अध्यक्ष ललित रांकावत ने कहा कि वर्ष 2023 की बाढ के बाद ही पानी निकासी के लिए तकमीना बनाकर राज्य सरकार को प्रेषित किया गया था। लेकिन प्रशासनिक अटकलो के कारण मामला आगे नही बढ पाया है। हमारी ओर से 3.25 करोड की मांग रखी गई थी। साथ नेशनल हाइवे अथाॅरिटी को भी पांच स्थानो पर आउटलेट नाले बनाने के लिए बताया गया था जिसे आज दिन तक इस विभाग की अनदेखी के कारण नही बन पाये।
पालिका उपाध्यक्ष मनोज नामा ने बताया कि पूर्व में आई बाढ की हालातो और नगर में हुए नूकसान के बाद ही शासन को तखतगढ की स्थिति से वाकिफ करवा दिया था। लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नही हो पाया है।
पार्षद भंवर मीना ने कहाँ कि वर्ष 1990-91 में भी कस्बा जलमग्न हो गया था उसके बाद 2006,2017,2018,व 2023 बिपरजाॅय चक्रवात तूफान के दौरान भी कस्बे में बाढ के हालात बने थे फिर भी स्थानीय पालिका प्रशासन एवमं उच्च प्रशासन द्वारा कोई भी तालाब से जल निकासी का प्रबंधन नही किया जिससे बार बार बाढ जैसी स्थिति बनती है और लोगो को भारी नूकसान झेलना पडता है। डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल होती नजर आ रही है।
नायब तहसीलदार जितेन्द्र बबेरवाल ने कस्बे का जायजा लेकर बताया कि वास्तव में तखतगढ कस्बे में पानी निकासी का ठोस उपाय निकालकर इनका समाधान होना चाहिए।
सार्वजनिक निर्माण विभाग अभियंता ने कहा कि जल्द ही उच्च तकनीकी अधिकारियो से पानी निकासी हेतू तकमीना बनाकर राज्य सरकार को मामले से अवगत करवाया जायेगा और निकासी का मार्ग बनवाया जायेगा जिससे तालाब से अतिरिक्त जल भराव के बाद निकासी हो सके।