तखतगढ़ में वंश सुथार समाज का प्रतिभा एवं सम्मान समारोह में 167 विद्यार्थियो का हुआ सम्मान , समारोह में वक्ताओ ने बालिका शिक्षा व संस्कार पर बल दिया

DBT NEWS तखतगढ । तखतगढ़ वंश सुथार समाज का रविवार को आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में वक्ताओ ने बालिका शिक्षा के साथ संस्कार पर बल दिया । श्री विश्वकर्मा विकास परिषद के तत्वावधान मे स्नेह मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह कस्बे के श्री गणेश मंदिर में सनातन गिरी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया । जिसमें अतिथियों ने बालिका शिक्षा, समाज की एकता पर बल दिया।संस्था के सचिव देवेंद्र सुथार ने बताया स्नेह मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह की शुरुआत विश्वकर्मा भगवान की आरती के साथ हुई। सभी अतिथियों को माला, साफ व मोमेंटो देकर स्वागत किया गया। समारोह में पोशी सुथार ने कविता का प्रस्तुति दी। बालिकाओं ने रितिशा , रक्षा, कीर्तिका, भूमि व छाया ने सरस्वती माता की स्तुति ..तेरी वीणा …की प्रस्तुति दी। .संरक्षक खीमाराम सुथार ने स्वागत भाषण में परिषद के कार्यों व आगामी उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भूमिका सुथार ने वीर रस कविता का पाठ किया समारोह में अतिथि के रूप में भरत कुमार भैसवाड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में संस्कारवान शिक्षा पर बल दिया । हस्तीमल सुथार अध्यक्ष हरजी 24 गांव पट्टी, भंवर लाल सुथार अध्यक्ष विश्वकर्मा सेवा समिति ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज किए लिए शिक्षा ही सबसे बड़ा धन है। शिक्षा से ही समाज का विकास संभव है । महिलाएं परिवार में बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए आगे आए । समाज के लिए शिक्षा ही सब कुछ है। .. संजय तलसानिया धर्म प्रचारक गुजरात ने संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकर्मा भगवान के पांच पुत्रों को एक साथ आने की आज के समय को जरूरत है। विश्वकर्मा के वंशजों को एकसाथ आने की जरूरत बताई। सनातन धर्म की शुरुआत विश्वकर्मा से हुई । विश्वकर्मा के बिना दुनिया असंभव है। सभी को विश्वकर्मा धर्म प्रचार प्रसार को आगे से आगे बढ़ाने का आह्वान किया। विश्वकर्मा भगवान के बारे में विस्तृत से जानकारी दी। सनातन गिरी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकर्मा का सबसे प्रथम काम होता है। उन्होंने शिक्षा के साथ संस्कार होना जरूरी है। हिमांशी सुथार ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने की कविता सुनाई। समारोह में भरत सुथार, मनीषा सुथार प्रेरक ने भी संबोधित किया। समारोह में
नवीन पाराशर अध्यक्ष आहोर 24 गांव पट्टी, रकबा राम पलासिया, शांतिलाल सुथार गुड़ा , फूला राम भेसवाड़ा, डॉ विनोद सुथार, संतोष सुथार अध्यापिका, कोमल सुथार, भारती सुथार व्याख्याता, दाड़मी देवी पार्षद,पूजा सुथार अध्यापिका, मनीषा सुथार, डॉ सुभाष सुथार शंखवाली, रेखा सुथार अध्यापिका, सुरेश सुथार पार्षद, बंशी लाल सुथार पटवारी, जयंतीलाल सुथार अध्यापक, भगा राम सुथार, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ प्रवीण सुथार,पुनाराम सुथार , छगन लाल सुथार, , तिलोकचंद सुथार, एवं मूलाराम सुथार अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह में समाज के प्रतिभाशाली 167 छात्र छात्राओं को मोमेंटो देकर तथा 100 छात्रों को तुलसी पुरस्कार से नवाजा गया। मंच संचालन बंशीलाल सुथार ने किया। प्रकाश सुथार अध्यक्ष ने धन्यवाद दिया। समारोह में संरक्षक खीमा राम सुथार, पोलाराम सुथार, शांतिलाल सुथार, बंशीलाल सुथार, भंवर लाल सुथार, जयंतीलाल सुथार, तिलोकमल सुथार सहित अनेक समाज बंधु उपस्थित रहे।